Tuesday, October 18, 2011

जनता का विश्वास

महान संत कन्फ्यूशियस से परामर्श लेने व उनसे अपनी जिज्ञासाओं का समाधान पाने के लिए अनेक लोग उनके पास आते रहते थे। एक बार कुछ राजनेता राजनीति के संदर्भ में कुछ प्रश्नों का उत्तर जानने व राजनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए आए।

चर्चा चल ही रही थी कि उनमें से एक राजनेता ने पूछा, 'कृपया बताएं, सच्चे अर्थों में एक आदर्श व अच्छा शासक कौन हो सकता है?' प्रश्न सुनकर कन्फ्यूशियस बोले, 'महानुभाव, जिसके पास जनता के पालन-पोषण के लिए पर्याप्त साधन हों, देश की रक्षा के लिए पर्याप्त सेना और शस्त्रास्त्र हों तथा जिस पर जनता का पूर्ण विश्वास हो, वही वास्तव में एक अच्छा व आदर्श शासक साबित हो सकता है।'

राजनेता बोले, ' लेकिन इनमें सबसे महत्वपूर्ण क्या है?' इस पर कन्फ्यूशियस बोले, 'इनमें सबसे महत्वपूर्ण जनता का विश्वास है। शासक या सरकार के प्रति यदि जनता का विश्वास डगमगा गया तो उसका पतन निश्चित है। विश्वास एवं विश्वसनीयता से बढ़कर किसी शासक के लिए सर्वोत्तम तत्व और कुछ हो ही नहीं सकता क्योंकि अन्य वस्तुएं जैसे आधुनिक शस्त्र, सर्वोत्तम साधन आदि तो रुपये-पैसों से खरीदे जा सकते हैं किंतु विश्वास को अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने पर भी नहीं खरीदा जा सकता। विश्वास ही इस संसार में एक ऐसा तत्व है जो अपनी दृष्टि और आचरण से प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए आत्मा की शुद्धता आवश्यक है। यदि जनता का विश्वास किसी बड़े राजनेता पर से उठ जाए तो वह उसी क्षण आसमान से जमीन पर आ गिरता है।' राजनेता इससे पूर्णतया सहमत हो गए ।

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