फ्रांसीसी फिलॉसफर और सोशल ऐक्टिविस्ट सिमोन विल का जन्म 3 फरवरी 1909 को पैरिस में हुआ। उनके पिता डॉक्टर थे, इसलिए उनकी परवरिश अच्छे तरीके से हुई। वह बचपन से ही मेधावी थीं और भगवत गीता पढ़ने के बाद उन्होंने संस्कृत पढ़ने की ठान ली। उन्होंने राजनीतिक आंदोलन में हिस्सा लिया और उसके बारे में लिखा भी। इसके बाद उन्होंने अध्यात्म पर लिखा। वह ईसाईयत के अलावा, हिंदुत्व, बौद्ध धर्म और यूनानी धर्म परंपरा की भी जानकार थीं। 1943 में उनका देहांत हो गया।
उनकी कही कुछ बातें
- वह विज्ञान बेकार है, जो हमें भगवान के नजदीक न लाए।
- खूबसूरती सिर्फ वादा करती है, पर देती कुछ नहीं है।
- खूबसूरती सिर्फ ऊपरी दिखावा है। दिल की खूबसूरती से सब अनजान हैं।
- भाषाई बंधन में बंधा दिमाग कैद में है।
- एक स्वाभिमानी राष्ट्र युद्ध समेत सब चीजों के लिए तैयार रहता है।
- नम्रता धीरज है।
- नास्तिक वह है, जिसका विश्वास और प्यार भगवान के औपचारिक या अवैयक्तिक पहलुओं पर नहीं है।
- दान क्या है? हर इंसान से ऐसे प्यार करना, जैसे भगवान करता है।
- हमारी असल जिंदगी का तीन-चौथाई हिस्सा कल्पना और काल्पनिक कहानियां बनाती हैं।
- जिंदगी को शुद्ध होने के लिए किसी काट-छांट की जरूरत नहीं।
- मशीनों से सबसे कम शिक्षा और उपदेश मिलता है।
- सिखाने का सबसे अहम हिस्सा वह सिखाना है, जो असल में जानना चाहिए।
- मिसाल बनने के लिए खुद को अनुशासन में लाना होगा।
- दो ऐसे लोग, जो दोस्त नहीं हैं, उनका एक साथ बैठना दोस्ती नहीं है और दूर होते हुए भी दोस्तों में अलगाव नहीं होता।
- एक कवि अपनी सोच से ही अपनी रचना को खूबसूरत और सजीव बनाता है।
- अगर आप में समझदारी है तो ही आप आनंद के शिखर पर होंगे।
- किसी की दुख भरी दास्तां सुनना उतना ही मुश्किल है, जितना खुद को मुश्किल वक्त में खुश रखना।
Thursday, September 29, 2011
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